Latest Shayari in Hindi
🌺 आज का सुविचार 🌺
इच्छाओं का भी अपना
चरित्र होता है...
खुद के मन की हो तो
बहुत अच्छी लगती हैं
दूसरों के मन की हो तो
बहुत खटकती है
कोशिश बहुत की राज-ए -मोहब्बत बया ना हो...,,
मुमकिन कहां है आग लगे और धुआ ना हो...,,
मतलब हम याद ना करें तो
आप भी भूल जायेंगे क्या हमें ??
क्या कहा मोहतरमा ? हमसे इश्क़ है
हा हा हा हा हा
ला यार सिगरेट पिला
मत सोच इतना ज़िन्दगी के बारे में
जिसने ज़िन्दगी दी है उसने भी कुछ तो सोचा होगा
*अजीब कर दिये रिश्ते*
*इन हालातों ने,*
*फुरसत सब को हैं*
*पर मुलाकात किसीसे नहीं*
सोचता हूँ ...
अब ना सोचूँ तुझको
फिर भी सोचता हूं...
हमेशा सबकी फ़रमाइशे पूरी करना आसान थोडी है......ज़िदंगी है साहब कोई चाय की दुकान थोड़ी है..
बेदार हैं आँखें दीदार-ए-यार की आरज़ू में, आख़िरी ख़्वाहिश मेरी कोई बता दे उनको..
मरने पर रोने बाले तो लाखों है मेरे.....
तलाश तो उसकी है जो मेरे रोने पर मर जाए..
शुक्र कर रब का, तू अपने घर में है।
पूछ उससे जो अटका सफर में है।
यहां बाप की शक्ल नहीं देखी, आखिरी वक्त में कुछ लोगों ने।
परिवार असहाय सा और पिता कब्र में है।
तेरे घर में राशन है साल भर का।
तू उसका सोच जो दो वक्त की रोटी की फिक्र में है।
तुझे किस बात की जल्दी है, गाड़ी में घूमने की।
अब तो सारी कायनात ही सब्र में है।
अभी भी अगर किसी भ्रम में है तो सुन ले।
इंसानों की कोई नहीं सुन राहा, क्योंकि कुदरत अपनी ही लय में है।
सब तरह की दीवानगी से वाकिफ हुए हम,
पर माँ जैसा चाहने वाला जमाने भर में ना था....🙏
ख्वाब तो वो है जिसका हकीकत मे भी दीदार हो,
कोई मिले तो इस कदर मिले,
जिसे मुझ से ही नही मेरी रूह से भी प्यार हो…!!
कैसे बयां करूँ ये संध्या मोहब्बत की...
तेरे इंतजार में सिर्फ तारीखें बदलती हैं..
गर मैं मोहब्बत का कदम लिखूं...
तो तुम चाहत की मंजिल लिख देना..
सब तरह की दीवानगी से वाकिफ हुए हम,
पर माँ जैसा चाहने वाला जमाने भर में ना था....
सारे मुल्कों को नाज था अपने अपने परमाणु पर..
अब कायनात बेबस हो गई एक छोटे से कीटाणु पर।
😔😔
Iss Dour Me Jahan baat Bhi Matlab Se karte Hain Log..
Hum Mohabbat Kar Rahe hain,,
Be-Wajah
Be-Maqsad
Be-Hisaab
Be-Inteha
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
लक्ष्य कोई “ बड़ा ” नही . . .
हारा वही जो “ लड़ा ” नही । ✅
बदला बदला सा है मिजाज ,जाने क्या बात हो गई....
शिकायत हमसे है या मुलाकात किसी और से हो गई....
मेने कहा था मुझे कयामत देखनी हैं,
उसने कहा ठीक है मैं काजल लगाकर आती हूं..
खामोशी ✍:
किसी को पानी लेने भेजो,
तो वो पहले खुद पीता है।
ऐसी ही ज़िन्दगी है जनाब,
यहाँ हर कोई अपने लिए जीता है।
══━━━━━✥ ❉ ✥━━━━━══
#खामोशी ✍
══━━━━━✥ ❉ ✥━━━━━══
*"अच्छे लोग"*
*बहुत ही सस्ते* होते हैं यारों
*बस.. मीठा बोलो*
*और ख़रीद लों!* 💫
💞 *तुमने*
*वादा तो किया था ख्वाब में मिलने का.......*
*ये*
*हमारी बदनसीबी कि हमें नींद ही नहीं आयी….....!*!💞
मुहब्बत नहीं है नाम सिर्फ पा लेने का,
बिछड़ के भी अक्सर दिल धड़कते हैं साथ-साथ...
इश्क की गहराईयों को तुम क्या समझोगे,
ये वो दरिया है जिसमे साहिल भी डूब जाते हैं...
किसी ने नाम लिया तेरा
और
यादों का समंदर उमड़ पड़ा!
वो अच्छे हैं तो होंगे.....
मेरा तो उन्होने बुरा हाल कर रखा है....!!!!
🌺 आज का सुविचार 🌺
इच्छाओं का भी अपना
चरित्र होता है...
खुद के मन की हो तो
बहुत अच्छी लगती हैं
दूसरों के मन की हो तो
बहुत खटकती है
मुमकिन कहां है आग लगे और धुआ ना हो...,,
मतलब हम याद ना करें तो
आप भी भूल जायेंगे क्या हमें ??
क्या कहा मोहतरमा ? हमसे इश्क़ है
हा हा हा हा हा
ला यार सिगरेट पिला
मत सोच इतना ज़िन्दगी के बारे में
जिसने ज़िन्दगी दी है उसने भी कुछ तो सोचा होगा
*अजीब कर दिये रिश्ते*
*इन हालातों ने,*
*फुरसत सब को हैं*
*पर मुलाकात किसीसे नहीं*
सोचता हूँ ...
अब ना सोचूँ तुझको
फिर भी सोचता हूं...
हमेशा सबकी फ़रमाइशे पूरी करना आसान थोडी है......ज़िदंगी है साहब कोई चाय की दुकान थोड़ी है..
बेदार हैं आँखें दीदार-ए-यार की आरज़ू में, आख़िरी ख़्वाहिश मेरी कोई बता दे उनको..
मरने पर रोने बाले तो लाखों है मेरे.....
तलाश तो उसकी है जो मेरे रोने पर मर जाए..
शुक्र कर रब का, तू अपने घर में है।
पूछ उससे जो अटका सफर में है।
यहां बाप की शक्ल नहीं देखी, आखिरी वक्त में कुछ लोगों ने।
परिवार असहाय सा और पिता कब्र में है।
तेरे घर में राशन है साल भर का।
तू उसका सोच जो दो वक्त की रोटी की फिक्र में है।
तुझे किस बात की जल्दी है, गाड़ी में घूमने की।
अब तो सारी कायनात ही सब्र में है।
अभी भी अगर किसी भ्रम में है तो सुन ले।
इंसानों की कोई नहीं सुन राहा, क्योंकि कुदरत अपनी ही लय में है।
सब तरह की दीवानगी से वाकिफ हुए हम,
पर माँ जैसा चाहने वाला जमाने भर में ना था....🙏
ख्वाब तो वो है जिसका हकीकत मे भी दीदार हो,
कोई मिले तो इस कदर मिले,
जिसे मुझ से ही नही मेरी रूह से भी प्यार हो…!!
कैसे बयां करूँ ये संध्या मोहब्बत की...
तेरे इंतजार में सिर्फ तारीखें बदलती हैं..
गर मैं मोहब्बत का कदम लिखूं...
तो तुम चाहत की मंजिल लिख देना..
सब तरह की दीवानगी से वाकिफ हुए हम,
पर माँ जैसा चाहने वाला जमाने भर में ना था....
सारे मुल्कों को नाज था अपने अपने परमाणु पर..
अब कायनात बेबस हो गई एक छोटे से कीटाणु पर।
😔😔
Iss Dour Me Jahan baat Bhi Matlab Se karte Hain Log..
Hum Mohabbat Kar Rahe hain,,
Be-Wajah
Be-Maqsad
Be-Hisaab
Be-Inteha
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
लक्ष्य कोई “ बड़ा ” नही . . .
हारा वही जो “ लड़ा ” नही । ✅
बदला बदला सा है मिजाज ,जाने क्या बात हो गई....
शिकायत हमसे है या मुलाकात किसी और से हो गई....
मेने कहा था मुझे कयामत देखनी हैं,
उसने कहा ठीक है मैं काजल लगाकर आती हूं..
खामोशी ✍:
किसी को पानी लेने भेजो,
तो वो पहले खुद पीता है।
ऐसी ही ज़िन्दगी है जनाब,
यहाँ हर कोई अपने लिए जीता है।
══━━━━━✥ ❉ ✥━━━━━══
#खामोशी ✍
══━━━━━✥ ❉ ✥━━━━━══
*"अच्छे लोग"*
*बहुत ही सस्ते* होते हैं यारों
*बस.. मीठा बोलो*
*और ख़रीद लों!* 💫
💞 *तुमने*
*वादा तो किया था ख्वाब में मिलने का.......*
*ये*
*हमारी बदनसीबी कि हमें नींद ही नहीं आयी….....!*!💞
मुहब्बत नहीं है नाम सिर्फ पा लेने का,
बिछड़ के भी अक्सर दिल धड़कते हैं साथ-साथ...
इश्क की गहराईयों को तुम क्या समझोगे,
ये वो दरिया है जिसमे साहिल भी डूब जाते हैं...
किसी ने नाम लिया तेरा
और
यादों का समंदर उमड़ पड़ा!
वो अच्छे हैं तो होंगे.....
मेरा तो उन्होने बुरा हाल कर रखा है....!!!!