Tuesday, March 7, 2017

रजाई के लिये सर्दी के मौसम मे एक स्टूडैन्ट हॉस्टल से अपने पापा को खत लिखता है ।

 रजाई के लिये सर्दी के मौसम मे एक स्टूडैन्ट हॉस्टल से अपने पापा को खत लिखता है ।



लेकिन उसके कुछ शरारती दोस्त रजाई की जगह लुगाई लिख देते है ।

3 इडियट फ़िल्म की तरह।

और
जब पापा खत पडते है तो.......

आदरणीय पापाजी !

चरण स्पर्श,
मैं यहां ठीक हूँ और आशा करता हू कि आप लोग सब अच्छे से होगे।

आगे समाचार यह है कि मेरी लुगाई 🙎पुरानी और बेकार हो गई है ।

और यहॉ सर्दी अधिक पड रही है ।

अभी दोस्तो की लुगाइयों से काम चल रहा था लेकिन सर्दी अधिक पडने से वे भी अपनी लुगाई देने मे आना कानी करते है ।

मेरे लिये एक लुगाई का इंतजाम कर दो ।

नई ना ला सको तो बडे भैया की लुगाई भेज दो ।

बडे भैया की ना मिले तो मझले भैया की लुगाई भेज दो ।

सर्दी मे बुरा हाल है ।

दो भाईयों मे से किसी एक की लुगाई जरूर भेज दो।

दोनों मे से किसी की भी न भेज सको तो पैसे भेज दो मैं यहॉ किराये कि लुगाई ले लूंगा ।

आपका पुत्र

के.पी.

उसका बाप और भाई➖घर से डंडे लेकर निकले हैं।

सोच सकते हैं क्या हाल होने वाला है उसका।

क्यों की हर 1 फ्रेंड कमीना होता है।
मिस यू ऑल फ्रेंड

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